Fomer मुख्यमंत्री दिग्विजय और राजा पटेरिया की बढ़ सकती है मुश्किलें: बहुचर्चित आरकेडीएफ मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
अनोखा प्रकरण गुनाह एक ने किया सजा दो में बांटी
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की मुश्किलें बढ़ सकती है। प्रदेश के बहुचर्चित आरकेडीएफ मामले में सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई होगी। मामला EOW और फर्जी एडमिशन से जुड़ा हुआ है।
इतना ही नहीं जांच एजेंसी ने भी आंख बंद कर प्रलोभन या दबाव में आकर आधी अधूरी जांच कर प्रकरण न्यायालय में पेश किया,
मामला सिर्फ आर के डी एफ ही नहीं सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भी है जो अंतिम पृष्ठ पर जुड़ गया जिसकी जांच राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने नहीं की।
दरअसल EOW ने जिला न्यायालय में दिग्विजय सिंह और राजा पटेरिया के विरुद्ध खात्मा रिपोर्ट पेश की थी। EOW ने डॉ सुनील कपूर की याचिका में हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध याचिका लगाई है। मामले में दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री राजा पटेरिया और डॉक्टर सुनील कपूर को आरोपी बनाया गया है। साल 2015 में EOW ने धोखाधड़ी को लेकर FIR दर्ज की थी। मुख्य सचिव की आपत्ति के बाद भी तत्कालीन मुख्यमंत्री पर आरकेडीएफ एवं सत्य साईं कॉलेज को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप है। 24 लाख के जुर्माने को कम करके ढाई लाख ढाई लाख दो संस्थानों पर किया था। जस्टिस वीआर गवई और जस्टिस मसीह की बेंच में सुनवाई होगी
Bhopal*एम पी एम एल ए कोर्ट ने दिग्विजय सिंह व राजा पटेरिया के विरुद्ध जालसाजी मामले में दिए जांच के आदेश मामला * *24 लाख रुपए का जुर्माना 5 लाख रुपए किया*
वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तथा तत्कालीन तकनीकी शिक्षा मंत्री राजा पटेरिया द्वारा सत्यसांई इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के तत्कालीन संचालक सुनील कपूर के साथ मिलकर की गई धोखाधड़ी के अपराध में विशेष न्यायाधीश एमपी एम एल ए जज भोपाल तथागत याग्निक न्यायालय ने थाना एमपी नगर भोपाल को इस मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं
*फरियादी वरिष्ठ पत्रकारों पत्रकार राधावल्लभ शारदा की ओर से अधिवक्ता यावर खान द्वारा प्रस्तुत परिवाद पर न्यायालय ने संज्ञान लेकर आदेश दिए हैं*
— पूर्व में भी आरकेडीएफ कॉलेज की कथित तरीके से 24 लख रुपए फीस माफ कर शासन को हानि पहुंचाने के अपराध में आर्थिक अपराध ब्यूरो में दिग्विजय सिंह के विरुद्ध प्रकरण दर्ज हुआ था- विवेचना अधिकारी ने दिग्विजय सिंह के कथन लिए थे और दिग्विजय सिंह से पूछा था कि उन्होंने आरकेडीएफ कॉलेज की फीस माफ करने के मामले में प्रस्तुत नस्ती में अपने मन से अतिरिक्त कॉलेज सत्यसांई इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का नाम क्यों जोड़ा?
तब दिग्विजय सिंह ने अपने जवाब में यह बताया था कि – यह देखने का काम मुख्य सचिव का था
परंतु तत्कालीन मुख्य सचिव आदित्य विजय सिंह ने अपने नोटशीट में लिखा था कि आरकेडीएफ कॉलेज पर लगे जुर्माने को माफ किया गया तो इससे अन्य संस्थाओं पर विपरीत संदेश जाएगा इस बात को नजरअंदाज करते हुए दिग्विजय सिंह ने केवल आरकेडीएफ कॉलेज की फीस ही नहीं माफ की बल्कि एक अन्य अपराध करते हुए कूट रचना करते हुए अपनी नोट शीट में अपने हाथ से आरकेडीएफ कॉलेज के साथ सत्यसांई इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का नाम भी लिखकर दोनों कॉलेज पर लगा 24 लख रुपए का जुर्माना भी माफ कर 5 लाख कर दिया
*इससे मध्य प्रदेश शासन को कुल 19 लाख रूपयों की राजस्व हानि हुई थी –कोर्ट ने इस मामले की जांच 15 जुलाई तक पेश करने के आदेश दिए हैं*
24 लाख रुपए का जुर्माना 5 लाख रुपए किया, जुर्माना आर के डी एफ कालेज पर अनियमितता के लिए था जबकि विभाग के नियमों के अनुसार प्रथम एवं द्वितीय अनियमितता पर जुर्माना लगाया जाएगा और यदि तीसरी गलती की जाती है तो मान्यता निरस्त की जाती है
परन्तु सारे नियमों को नजरंदाज कर आर के डी एफ कालेज के साथ सत्य साईं इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को जोड़ा गया इस तरह एक कालेज का जुर्माना दो से लिया गया मतलब 2 लाख 50 हजार एक से।
बड़ा प्रश्न यह है कि सत्यसांई इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने क्या अनियमितता की,
राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने जांच में इस मामले को नजरंदाज किया कारण समझ से परे है या यह कहें कि हाई प्रोफाइल व्यक्ति अथवा भारी संख्या में लेन देन हुआ।
जब भोपाल न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन था तब दो अनजान लोगों ने घर आकर धमकी दी थी कि राजा साहब के प्रकरण से हट जाओ नहीं तो मारे जाओगे। एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
सर्वप्रथम आपको यह बताना चाहता हूँ कि मेरे द्वारा दिग्विजय सिंह के विरुद्ध की गई यह शिकायत और RKDF कॉलेज के संबंध में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो मे पूर्व में पंजीबद्ध FIR —पूरी तरह अलग है
दिग्विजय सिंह तथा राजा पटैरिया ने सत्य साईं कॉलेज में 11 लाख रुपया शासन की हानि पहुँचाई इस संबंध में यह कथन दे रहा हूं
मैंने दिग्विजय सिंह के विरुद्ध RKDF कॉलेज में धोखा धड़ी के संबंध में आर्थिक अपराध ब्यूरो में रखना दर्ज कराया था तब वहां पर भी विवेचक को दिग्विजय सिंह ने कथन दिए थे कि
—ये ख़ुद स्वीकार कर रहे हैं कि सत्य साईं कॉलेज की फ़ीस माफ़ी का कोई प्रपोज़ल उनके पास नहीं आया था
दिग्विजय सिंह ने कहा कि— बिना शासन के प्रपोज़ल आए उन्होने सत्यसाई कॉलेज का नाम लिखा और उसकी भी फ़ीस माफ़ हुई
—-फिर भी उन्होने सत्य साईं कॉलेज की फ़ीस माफ़ करके भ्रष्टाचार धोखाधड़ी की है
—-और अपने हाथ से सत्य साईं कॉलेज का नाम लिखकर कूटरचना की है
राधावल्लभ शारदा
भोपाल
9425609484