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CBI ने 60 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी मामले में दर्ज कराया केस, सात रेलवे अधिकारी व एक निजी फर्म आरोपी

CBI ने 60 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी मामले में दर्ज कराया केस, सात रेलवे अधिकारी व एक निजी फर्म आरोपी

लखनऊ से प्रेमशंकर अवस्थी के साथ भोपाल से राधावल्लभ शारदा द्वारा संपादित रपट
सीबीआई ने 60 करोड़ रुपये के रिश्वतखोरी मामले में रेलवे के सात अधिकारियों और एक निजी कंपनी भरतिया इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला 2016 से 2023 के बीच पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे जोन की परियोजनाओं के लिए 60 करोड़ रुपये का रिश्वत देने से जुड़ा है।
अधिकारियों ने बताया कि यह मामला तब प्रकाश में आया जब सीबीआई ने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे जोन के वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार के परिसरों की तलाशी के बाद उन्हें दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया।
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार छापेमारी के दौरान एकत्र की गई सामग्री से खुलासा हुआ कि भरतिया इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों को 60 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी।
सीबीआई ने बताया कि तलाशी के दौरान रिश्वत लेने वाले अधिकारियों की सूची मिली
अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान सीबीआई को कंपनी की परियोजनाओं से जुड़े अधिकारियों के नामों की एक सूची भी मिली, जिन्होंने 2016 से 2023 के बीच कथित तौर पर नकदी के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में रिश्वत ली।
अधिकारियों के मुताबिक, निजी कंपनी को 2016 से 2022 के दौरान पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे से छह बड़ी परियोजनाएं मिलीं जिनमें स्टेशन यार्ड का निर्माण, सुरंग पोर्टल्स की सुरक्षा और सिंगल लाइन सुरंग का निर्माण, आरसीसी रिटेनिंग वॉल और बराक नदी पर एक बड़े पुल की नींव रखना शामिल है।
रेलवे के इन अधिकारियों को बनाया गया आरोपी
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के अलावा प्राथमिकी में सीबीआई ने तत्कालीन उप मुख्य अभियंता (निर्माण) रामपाल, तत्कालीन उप मुख्य अभियंता एक्सईएन जितेंद्र झा और बीयू लस्कर, तत्कालीन वरिष्ठ अभियंता ऋतुराज गोगोई, धीरज भागवत, मनोज सैकिया और मिथुन दास को भी आरोपी बनाया गया है।

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