*राजनीति में आने वाले कुछ लोगों की सोच कमाई करना व्यापार बना लिया, उन्हीं में से एक पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का विजिलेंस दर्ज किया केस*
लखनऊ से प्रेम शंकर अवस्थी की रपट भोपाल से राधावल्लभ शारदा के साथ महादण्ड के लिए
विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर ने मुकेश श्रीवास्तव की संपत्तियों की खुली जांच में आरोप सही पाए जाने पर शासन ने मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी।
बहराइच की पयागपुर सीट से कांग्रेस विधायक रह चुके मुकेश कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है। विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर ने मुकेश श्रीवास्तव की संपत्तियों की खुली जांच में आरोप सही पाए जाने पर शासन ने मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। बता दें कि मुकेश श्रीवास्तव वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा में शामिल हो गए थे, हालांकि उनको चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
पूर्व विधायक के खिलाफ वर्ष 2021 में विजिलेंस को खुली जांच करने का आदेश दिया था। विजिलेंस ने मुकेश श्रीवास्तव की संपत्तियों की जांच कर अपनी अंतिम रिपोर्ट 12 अक्टूबर 2022 को शासन को सौंपी थी। रिपोर्ट के मुताबिक जांच के लिए निर्धारित अवधि के दौरान मुकेश श्रीवास्तव की उनकी समस्त वैध स्रोतों से 1,12,65,635 रुपये की आय हुई थी। वहीं इस अवधि के दौरान उन्होंने चल-अचल संपत्तियों को खरीदने और भरण-पोषण में 1,79,96,526 रुपये व्यय किए। इस तरह उन्होंने अपनी आय के वैध स्रोतों से 67,30,891 रुपये (59.74 प्रतिशत) अधिक व्यय किए। इस बारे में जब मुकेश श्रीवास्तव से विजिलेंस ने जवाब-तलब किया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसके बाद शासन की अनुमति पर विजिलेंस के निरीक्षक आलोक कुमार राय ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
सीबीआई जांच में भी फंसे
उल्लेखनीय है कि मुकेश श्रीवास्तव और उनकी पत्नी पूजा श्रीवास्तव एनआरएचएम घोटाले के आरोपी भी रह चुके हैं। इसके अलावा उनके भाई के खिलाफ भी सीबीआई ने केस दर्ज किया था। इस मामले में मुकेश श्रीवास्तव को जेल भी जाना पड़ा था। वर्ष 2014 में घोटाले में नाम आने के बावजूद कांग्रेस ने उनको बहराइच से लोकसभा का टिकट थमा दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने सपा ज्वाइन कर ली और वर्ष 2017 और 2022 में सपा के टिकट पर पयागपुर से चुनाव लड़ा, हालांकि उनको शिकस्त का सामना करना पड़ा। बता दें कि मुकेश श्रीवास्तव के खिलाफ पूर्व में भी नौ मुकदमे दर्ज रहे हैं।