राधावल्लभ शारदा।-रिश्वत देने और लेने वाले दोनों होंगे गिरफ्तार
आज एक समाचार पढ़कर मन को शांति और प्रशन्नता हुई, समाचार नई दिल्ली से है सीबीआई ने रेलवे के डिप्टी इंजीनियर को घूसखोरी में गिरफ्तार किया,मेरी समझ में अभी तक यही पढ़ने में आता था कि रिश्वत लेने वाले को ही पकड़ा जाता था। डिप्टी चीफ इंजीनियर को एक ठेकेदार के द्वारा 5 लाख रुपए की रिश्वत देते पकड़ा उसके साथ ही ठेकेदार वीरेंद्र तोमर और उसके बेटे प्रशांत तोमर को भी गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर तैनात कुमार ने पेंडिंग बिल का निपटारा करने के लिए रिश्वत मांगी थी। आज से कुछ दिनों पहले मैंने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित जांच एजेंसियों को पत्र लिखा था कि रिश्वत देने वाले रिश्वत लेने वाले से ज्यादा दोशी है क्योंकि रिश्वत देने वाले अपने गलत कार्य को सही बताने की रिश्वत देता है। यदि सरकार की जांच एजेंसियों द्वारा रिश्वत देने वाले को प्राथमिकता पर गिरफ्तार कर जेल भेज दें तो रिश्वतखोरी पर लगाम लग सकती है। मैं नहीं कहता कि मेरे लिखने के बाद ऐसा हुआ कानून कहता है कि रिश्वत लेने और देने वाले दोनों ही दोशी होते हैं अब रिश्वत देने वाले के काम की समीक्षा भी होगी कि कार्य गुणवत्ता पूर्ण है या नहीं,न होने पर ठेकेदार से राशि बसूली के साथ जेल भी जाना होगा इसी तरह अधिकारियों के साथ भी होगा कि समय-समय पर उनके द्वारा कार्य का निरीक्षण क्यों नहीं किया। राधावल्लभ शारदा।

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