How To Clean Lungs At Home And Detox Tipsफेफड़ों में जमा गंदगी घर बैठे ऐसे करें साफ, सुस्त पड़े Lungs दोगुनी तेजी से करने लगेंगे काम
डॉ जीवन कौशिक की रपट फेफड़ों के जरिए ही हमें ऑक्सीजन मिलती है। लंग्स का खराब होना हमारे जीवन के लिए बड़ा खतरा है। इसलिए सभी को नियमित रूप से लंग्स की सफाई करनी चाहिए
हमारे स्वाथ्य को आए दिन कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें से एक है प्रदूषित हवा। इन दिनों यह हम सबके लिए चिंता का विषय है। क्योंकि इसका सीधा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है। वहीं दूसरी तरफ स्मोंकिग जैसी आदतें इन्हें हद से ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। ध्यान न दिया जाए, तो फेफड़ों में बहुत जल्दी टॉक्सिन जमा हो जाते हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह रुक जाता है और सांस लेने में दिक्कत आती है।
फेफड़ों में जमा गंदगी घर बैठे ऐसे करें साफ, सुस्त पड़े Lungs दोगुनी तेजी से करने लगेंगे काम
इतना ही नहीं इससे फेफड़ों में संक्रमण बढ़ता है, जिससे अस्थमा और लंग कैंसर हो सकता है। बता दें कि फेफड़े हमारे शरीर का वो महत्वपूर्ण अंग हैं, जो वातावरण से हवा को खींचकर उसमें से ऑक्सीजन को फिल्टर करता है और फिर इसे खून में पहुंचा देता है। फेफड़ों का खराब होना हमारे जीवन के लिए घातक है। इसलिए फेफड़ों की नियमित सफाई बहुत जरूरी है। यहां कुछ तरीके बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने लंग्स को घर बैठे नेचुरल तरीकों से क्लीन कर सकते हैं।
स्टीम थेरेपी-
फेफड़ों की सफाई के लिए स्टीम हमेशा कारगर विकल्प रहा है। यह आपके वायुमार्ग को खोलकर म्यूकस को रिलीज करती है। प्रदूषित और ठंडे वातावरण में वायु मार्ग की म्यूकस मेंब्रेन सूख जाती है, जिससे खून का बहना कम हो जाता है। ऐसे में जब आप भाप लेते हैं, तो फेफड़ों को नमी के साथ गर्मी भी मिलती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ नहीं होती और जमा बलगम भी धीरे-धीरे पिघलने लगता है। स्टीम थेरेपी के दौरान यूकेलिप्टस, पेपरमिंट और टी ट्री ऑयल जैसे तेल अद्भुत काम कर सकते हैं।
डायाफ्रामेटिक ब्रीदिंग तकनीक अपनाएं-
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. कुट्टी शारदा विनोद के अनुसार, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज आपको सांस लेने की समस्या से छुटकारा दिलाती है। इसे करने के लिए अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें, नाक से गहरी सांस लें। इससे छाती में जमा कफ बहुत जल्दी बाहर निकलता है। आप इस प्रक्रिया को बार-बार दोहरा सकते हैं।
कंट्रोल कफिंग तकनीक अपनाएं-
सीओपीडी के कारण आपके फेफड़ों में जरूरत से ज्यादा बलगम जमा हो जाता है, जिससे बार-बार खांसी होती है। लेकिन ध्यान रखें, कि सभी तरह की खांसी फेफड़ों में जमा बलगम को साफ नहीं कर पातीं, ऐसे में कंट्रोल्ड कफिंग तकनीक का उपयोग किया जाता है। कंट्रोल्ड कफिंग और ब्रीदिंग एक्सरसाइज बलगम को बाहर निकालने और सांस फूलने की समस्या को कम करने का बहुत प्रभावी तरीका है। यह तकनीक उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, जो पहले से फेफड़ों की बीमारियों से जूझ रहे हैं।
रेगुलर एक्सरसाइज न केवल आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि फेफड़ों के कामकाज में भी सुधार करती है। इसलिए सप्ताह में पांच दिन 30 मिनट का समय निकालकर एक्सरसाइज जरूर करें। यह न केवल आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम को ठीक बनाए रखेगी बल्कि आपके फेफड़े ठीक से काम करेंगे और उनका वजन भी सही बना रहेगा
एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर आहार आपके फेफड़ों को साफ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आपको अपने आहार में खट्टे फल, पत्तेदार साग और जामुन को शामिल करना चाहिए। यह आपके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा ऐसे फूड्स को अपने आहार का हिस्सा बनाएं जिनमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हों। अदरक और हल्दी इसके सबसे अच्छे विकल्प हैं।
घर हो या बाहर अपने फेफड़ों की देखभाल करना बहुत जरूरी है। घर की हवा को शुद्ध करने के लिए आपको एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा घर से बाहर निकलते समय एन95 या एन99 मास्क जरूर पहनें। इतना ही नहीं फेफड़ों के ठीक से काम करने के लिए फ्लू और निमोनिया के वैक्सीन जरूर लगवाएं, नियमित रूप से हाथ धोएं और सांस संबंधी समस्या से पीड़ित लोगों से उचित दूरी बनाए रखें।