*Telangana Loksabha Survey*
*एक सर्वे कहता है कि विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय ने कांग्रेस को वोट दिया यदि बहुसंख्यक समुदाय वोट देते तो भाजपा के 18 विधायक चुने जाते*।*
हैदराबाद से सत्यनारायण धूत की रपट भोपाल से राधावल्लभ शारदा के साथ संपादित
हैदराबाद: विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को सिर्फ तेलंगाना में जीत हासिल हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने से पार्टी को लोकसभा चुनावों में फायदा मिल सकता है। टाइम्स नाउ ई टीजी रिसर्च ने अपने सर्वे में इसका अनुमान लगाया है। तेलंगाना में लोकसभा की कुल 17 सीटें हैं। पिछले चुनाव में भारत राष्ट्र समिति (तब टीआरएस) को 9 सीटें मिली थीं। बीजेपी के खाते में चार सीटें आई थी। कांग्रेस और AIMIM को तीन और एक सीट पर जीत मिली थी लोकसभा चुनावों के अपने सर्वे में राज्य में सत्ता गंवाने वाली बीआरएस को नुकसान होने का अनुमान व्यक्त किया है। सर्वे में बीआरएस को 3 से पांच सीटों पर जीत मिलने की बात कही गई है। तो वहीं कांग्रेस बीआरएस की जगह ले सकती है। कांग्रेस को राज्य में 8 से 10 सीटें तक मिल सकती हैं। एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है।
टाइम्स नाउ रिसर्च के सर्वे में बीजेपी को 3 से पांच सीटें मिलने की बात कही गई है। पिछले चुनावों में बीजेपी को चार सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में विधानसभा चुनावों में आठ सीटें हासिल करने वाली बीजेपी अपनी स्थिति बरकरार रखती हुई दिखाई पड़ रही है। विधानसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस को 64 सीटें मिली हैं। एक सीट कांग्रेस की सहयोगी सीपीआई को मिली है, जबकि बीआरएस को 39 सीटें मिली हैं। आठ सीटें बीजेपी ने जीती हैं। AIMIM को सात सीटें मिली हैं। सर्वे में वोट प्रतिशत का अनुमान भी दिया गया है। इसमें बीआरएस को 32 फीसदी वोट मिलने की बात कही गई है, जबकि कांग्रेस और बीजेपी को क्रमश: 24 और 37 फीसदी वोट हासिल हो सकती है। तो वहीं अन्य के खाते में सात फीसदी वोट जा सकते हैं। चर्चा में एक बात और निकल कर आ रही है कि लोकसभा चुनाव में हिन्दू वोट का रुझान भाजपा की ओर है।