Breaking News

भारतीय जनता पार्टी ने तीन राज्यों में अपेक्षा से अधिक विधान सभा में बहुमत हासिल किया परंतु 9 सांसद जो प्रचंड मोदी लहर में भी विधायक का चुनाव हार गए*

भारतीय जनता पार्टी ने तीन राज्यों में अपेक्षा से अधिक विधान सभा में बहुमत हासिल किया परंतु 9 सांसद जो प्रचंड मोदी लहर में भी विधायक का चुनाव हार गए*

*भोपाल से राधावल्लभ शारदा के साथ आरती परिहार की रपट टिप्पणी के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी की विशेष लहर थी उसके बाद सांसद का विधायक का चुनाब न जीतना यह तय करता है कि हारे हुए सांसद ने अपने क्षेत्र में जनता से किनारा कर लिया था*।* पुख्ता जानकारी के अनुसार पांच राज्यों के चुनाव में बीजेपी ने 21 सांसदों को उम्मीदवार बनाया था. 12 सांसद चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच गए लेकिन नौ सांसदों की कश्ती चुनावी वैतरणी में डूब गई. इनमें से छह सांसद हिंदी पट्टी के तीन राज्यों से हैं जहां प्रचंड मोदी लहर नजर आई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे कर चुनाव मैदान में उतरी भारती जनता पार्टी ने तीन राज्यों में जीत हासिल की है. बीजेपी ने पांच राज्यों के चुनाव में 21 सांसदों को टिकट दिया था.इनमें से 12 सांसद चुनावी लड़ाई जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे हैं. वहीं, नौ सांसद ऐसे भी हैं जिनकी कश्ती चुनावी वैतरणी में डूब गई. इनमें से छह सांसद राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से हैं जहां मोदी लहर पर सवार बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है.
*प्रचंड मोदी लहर में भी विधानसभा चुनाव हार गए ये नौ सांसद कौन हैं*?
बीजेपी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में 7-7, छत्तीसगढ़ में 4 और तेलंगाना में 3 सांसदों को विधानसभा का चुनाव लड़ाया. मध्य प्रदेश में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद राकेश सिंह, गणेश सिंह, रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा गया था. इनमें तोमर, पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह चुनाव जीत गए. कुलस्ते और गणेश सिंह चुनाव हार गए हैं.वहीं, राजस्थान में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, बालकनाथ, नरेंद्र कुमार, देव जी पटेल और भागीरथ चौधरी के साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी चुनाव मैदान में उतरे थे. इन सात में से चार सांसद- राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, बाबा बालकनाथ और किरोड़ीलाल मीणा चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच गए. बाकी तीन सांसद विधानसभा चुनाव की डगर भी पार नहीं कर सके.
छत्तीसगढ़ में भी है. बीजेपी ने केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और गोमती साय के साथ ही दो और सांसदों अरुण साव, विजय बघेल को भी चुनाव लड़ाया. विज बघेल को छोड़कर बाकी तीन सांसद चुनाव जीत गए. तेलंगाना में बीजेपी ने बंदी संजय, अरविंद धर्मपुरी और सोयम बापूराव को चुनाव मैदान में उतारा. ये तीनों ही सांसद चुनाव हार गए.
मध्य प्रदेश की निवास सीट से केंद्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सतना सीट से गणेश सिंह चुनाव हार गए हैं. फग्गन सिंह कुलस्ते मध्य प्रदेश में बीजेपी के बड़े आदिवासी नेताओं में गिने जाते हैं. वहीं, चार बार के सांसद गणेश सिंह भी विंध्य क्षेत्र में मजबूत पकड़ वाले नेता माने जाते हैं. राजस्थान में चुनावी बाजी हार गए नरेंद्र कुमार, देव जी पटेल और भागीरथ चौधरी की गिनती भी मजबूत नेताओं में होती है. छत्तीसगढ़ में विजय बघेल को पार्टी ने भूपेश बघेल के सामने पाटन सीट से मैदान में उतारा था. विजय बघेल दुर्ग से सांसद हैं और रिश्ते में भूपेश के भतीजे लगते है
तेलंगाना चुनाव में बीजेपी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय, अरविंद धर्मपुरी, सोयम बापूराव को भी मात मिली है. बंदी संजय और अरविंद धर्मपुरी, दोनों ही नेताओं के नाम काफी चर्चा में रहे हैं. बंदी संजय ने तेलंगाना बीजेपी का अध्यक्ष रहते हुए केसीआर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले रखा, पदयात्रा भी की. कहा जाता है कि के सीआर के खिलाफ माहौल बनाने का काम बंदी संजय ने ही किया लेकिन वे खुद अपनी सीट नहीं जीत सके. अरविंद धर्मपुरी 2019 के लोकसभा चुनाव में के सीआर की बेटी के कविता को हराकर चर्चा में आए थे.चुनाव मैदान में हार जीत आपके काम और आम जनता से आपके रिश्ते पर भी निर्भर करती है।

About Mahadand News

Check Also

Journalist*असेम्बली ऑफ़ एमपी जर्नलिस्ट्स के प्रांतीय अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल को लिखा पत्र मांग की पत्रकारों को वेतन, नियुक्ति पत्र मिले

Journalist*असेम्बली ऑफ़ एमपी जर्नलिस्ट्स के प्रांतीय अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल को …