*पत्रकार हैं तो गिरहरी की तरह एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन का साथ आपके हक की लड़ाई में दें*
वंदेमातरम्, एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन पत्रकारों के हित में काम कर रही है जिसमें आपकी आवश्यकता है । हरी ओम पवार जी को सुन रहा था।लंका जानें के लिए भगवान श्रीराम की वानर सेना सेतु निर्माण कार्य में लगी थी उस सेतु निर्माण में एक गिलहरी का साहस सामने आया, गिलहरी समुद्र के पानी में नहा कर आती और मिट्टी में लोट पोट होकर पुनः समुद्र में उस मिट्टी को समुद्र में डालने के लिए फिर समुद्र के पानी से नहाती है और यह प्रक्रिया उसकी निरंतर चलती रही । भगवान श्रीराम ने बहुत देर तक उस गिलहरी को देखते रहे और नहीं रहा तो पूछ बैठे की यह क्या कर रही हो तब उस गिलहरी का जवाब था कि इस पुल निर्माण में मेरा भी योगदान है और लोग मुझे याद रखेंगे। एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन एक पुल निर्माण करने जा रहा है उस पुल के सहारे ग्रामीण अंचल के पत्रकारों को मजीठिया वेतन आयोग के अनुसार वेतन दिलाना, नियुक्ति पत्र दिलाना,पी एफ कटौती कराना, और वो सब सुविधाएं दिलाना जो एक पत्रकार को मध्यप्रदेश सरकार से मिलना चाहिए, बीमा योजना में शामिल कराना, इस कार्य में आपको गिलहरी के समान कार्य करना होगा,। श्रय विभाग के अधिकारियों द्वारा समाचार पत्रों के मालिकों से जानकारी ली जायेगी कि जिस जिस स्थान के समाचार समाचार पत्रों में प्रकाशित होते हैं उन समाचारों को किसने लिखा और भेजा है क्या आप उस समाचार भेजने बाले व्यक्ति को वेतन देते हैं, नियुक्ति पत्र जारी किया है। वेतन कितना देते हैं। अभी समाचार पत्रों के मालिक आपको एजेंट मानता है और समाचार पत्रों की विक्री पर कमीशन देता है, आपको विज्ञापन लाने के लिए शर्त रखता है उस पर कमीशन देता है, एजेंसी देने के पूर्व राशि जमा कराता है। अतः मेरा समस्त पत्रकारों से निवेदन है कि गिलहरी बनकर एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की मदद करें। आपको आश्चर्य होगा कि कोरोना काल में भोपाल के दैनिक समाचार पत्रों की प्रसार संख्या 60 से अधिक थी जबकि भोपाल की आबादी 30 अधिकतम मान लेते हैं ,यह मैं नहीं कहता आप आर एन आई की वेबसाइट पर देख सकते हैं यह स्थिति सिर्फ भोपाल की नहीं है पूरे देश के समाचार पत्रों की है
राधावल्लभ शारदा। प्रांतीय अध्यक्ष एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन
भोपाल,9425609484
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