Arvind Kejriwal को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं या कोर्ट में अनुपस्थित रहने का बहाना इसलिए विधानसभा में विश्वास मत मांगा
दिल्ली से वेदप्रकाश रस्तोगी के साथ भोपाल से राधावल्लभ शारदा द्वारा संपादित रपट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत का सामना करना पड़ा। उन्होंने भाजपा पर राष्ट्रीय राजधानी में उनकी सरकार को गिराने के उद्देश्य से आप विधायकों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। विधानसभा को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी पर तीखा हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि AAP बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि उस पर हर तरफ से हमले हो रहे हैं। यह दूसरी बार है जब अरविंद केजरीवाल सरकार ने विश्वास मत मांगा। 70 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं और भाजपा के आठ विधायक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में हमारे पास बहुमत है, लेकिन इस विश्वास प्रस्ताव की जरूरत थी, क्योंकि BJP आप विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा कि आप 2029 के चुनावों में देश को भाजपा से मुक्त कर देगी, भले ही वे इस साल का लोकसभा चुनाव जीत जाएं। केरीवाल ने कहा कि उन्होंने अतीत में कई हमलों का सामना किया है और अब भाजपा उन्हें गिरफ्तार करना चाहती है। आप मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं, लेकिन आप केजरीवाल के विचारों को कैसे ख़त्म करेंगे? कल विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आप के दो विधायकों ने उन्हें बताया कि उनसे भाजपा के सदस्यों ने संपर्क किया था जिन्होंने दावा किया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
विश्वास मत से पहले, शराब नीति मामले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से जारी किए गए पांच समन को नजरअंदाज करने पर अरविंद केजरीवाल आज सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली की एक अदालत में पेश हुए। कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 16 मार्च को करेगी।
