*दिव्यांगजन को स्व-रोजगार द्वारा आत्म-निर्भर और शसक्त बनाया जाएगा सरकार की योजना
दिव्यांगजनों को विभिन्न विभागों में रिक्त पदों, बड़े प्रतिष्ठानों में एक पद पर नियुक्ति और स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। दिव्यांगों के लिए स्थान आरक्षित होंगे दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं होती। दिव्यांगजनों को आत्म-निर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दिव्यांगजन को एक दुकान या गुमठी दिलाने के प्रयास करेंगे, जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा। दिव्यांगजनों को स्व-रोजगार के लिए विशेष प्रावधान कर सुलभ ऋण उपलब्ध कराने और प्रशिक्षण अभियान चलाने की योजना है।
विभिन्न खेल में प्रतिभाशाली दिव्यांगजन को प्रोत्साहित किया जाएगा। पैराओलिम्पिक में कुछ ही खेलों को मान्यता है। दिव्यांगजनों के लिए अन्य खेलों में भी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। ब्लाइन्ड क्रिकेट, व्हील चेयर रेस, हैण्ड रेसलिंग आदि में काफी खेल प्रतिमाएँ रूचि ले रही हैं। खेल विभाग के सहयोग से इन सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बनाई जाएगी, जिनमें अन्य राज्यों के खिलाड़ी भी प्रवेश ले सकेंगे। दिव्यांगों का यूडीआईडी बनाने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। यूडीआईडी कार्ड होल्डर दिव्यांग देश-विदेश में कहीं भी सुविधाओं का लाभ उठा सकते है