भगवान शिव विष्णु और ब्रह्मा की मूर्ति बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में देखने के लिए
भोपाल, विगत दिनों उमरिया जिला इकाई द्वारा आयोजित पत्रकार मिलन समारोह एवं कार्यशाला में भाग लिया।
कार्यक्रम के बाद बांधवगढ़ वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा संचालित रेस्ट हाउस में रुके मेरे साथ एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन भोपाल संभाग के अध्यक्ष श्री रमेश जोशी भी थे।
दूसरे दिन प्रातः 5 बजे हम लोग उमरिया एवं शहडोल संभाग के पदाधिकारी एक वन विभाग की जीप से शेर देखने के लिए चले शेर तो नहीं परन्तु एक अद्भुत दर्शन हुए। पहाड़ी पर भगवान शिव विष्णु और ब्रह्मा की मूर्ति देखने को मिली इन मूर्तियों के पास क्षीरसागर भी था। भगवान विष्णु के क्षीरसागर में ही शयन करते हुए हमने फोटो में देखा इसलिए पहाड़ी पर स्थित पानी के कुंड को मैं क्षीरसागर लिख रहा हूं।
दर्शन के समय वहां उपस्थित वन कर्मी एक महिला जो अपने दो सहायकों के साथ उक्त रमणीक स्थल के सफाई का काम करा रही थी।
जब हम दर्शन करने के बाद चलने वाले थे तब उस वन कर्मी महिला ने बताया कि यहां भगवान शिव, विष्णु और ब्रह्मा जी की मूर्तियां हैं।
हम सभी ने अपना सो भाग्य माना कि प्रभु के दर्शन वन में भी और उस वनकर्मी महिला के कारण।
दुःख हुआ कि जंगल में एक महिला की मोजुदगी से क्या विभाग के अधिकारियों को यह समझ में नहीं आया कि जंगल में एक महिला को कैसे तैनात किया।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य द्वार पर भगवान का कहीं उल्लेख नहीं था जो कि आवश्यक रूप से होना चाहिए था।