Health Insurance Holders अब किसी भी हॉस्पिटल में बीमारी का होगा कैशलेस इलाज, चाहे वह अस्पताल कंपनी के नेटवर्क में है या नहीं।
दिल्ली से वेदप्रकाश रस्तोगी के साथ भोपाल से राधावल्लभ शारदा द्वारा संपादित रपट
अब अस्पताल वाले कैशलेस इलाज से मान नहीं कर पाएंगे
नई दिल्ली: स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में बड़ी क्रांति का आगाज हो चुका है। हेल्थ इंश्योरेंस जो कि जनरल इंश्योरेंस का पार्ट है, में एक बड़ा फैसला हुआ है। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (GIC) ने कैशलेस एवरीव्हेयर मुहिम की शुरुआत की है। इस मुहिम के तहत पॉलिसीहोल्डर्स को इस बात की आजादी मिलेगी कि वे किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करा सकें। मतलब कि अब कोई अस्पताल नेटवर्क का बहाना बना कर रोगी के इलाज से इंकार नहीं कर सकता है।
देश के किसी भी मान्यता प्राप्त अस्पताल में अब नेटवर्क हॉस्पिटल नहीं होने का बहाना नहीं चलेगा। रोगी को अब देश के किसी भी अस्पताल में कैशलेस इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। भले ही वह अस्पताल इंश्योरेंस कंपनी की लिस्;ट में हो या नहीं। जनरल इंश्यरेंस काउंसिल (GIC) ने पॉलिसी होल्डर्स के हित में यह फैसला किया है। काउंसिल ने जनरल और हेल्थ इंश्यरेंस कंपनियों के साथ बातचीत के बाद ‘कैशलेस एवरीव्हेर’ इनीशिएटिव शुरू किया है। इसमें देश के किसी भी अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा देने पर सहमति बनी है।
अभी हेल्थ पॉलिसी लेने वाले ग्राहक सिर्फ उसी अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जो बीमा कंपनी के नेटवर्क में शामिल होता है। अगर कोई अस्पताल कंपनी के नेटवर्क में शामिल नहीं है तो वहां इलाज कराने पर पॉलिसीधारक को पूरा पैसा खुद चुकाना पड़ता है। बाद में भले ही उनकी बीमा कंपनी के सामने रीमबर्शमेंट के लिए कागज जमा कराना होता है। ऐसी स्थिति में दिक्कत उन्हें होती है, जिनके पास इलाज के लिए लाखों की नकदी नहीं है। ऐसी स्थिति में कर्ज तक लेना पड़ जाता है।