CBI ने दस लाख रुपए रिश्वत लेने पर सीजीएसटी के एक निरीक्षक, ज्वैलर और उसके कर्मचारी को किया गिरफ्तार,
जयपुर से नवल वियानी के साथ भोपाल से वैंकटेश शारदा द्वारा संपादित रपट
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जोधपुर ने टैक्स चोरी से राहत दिलाने की एवज में दस लाख रुपए रिश्वत लेने पर केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के एक निरीक्षक, ज्वैलर और उसके कर्मचारी को जयपुर में गिरफ्तार किया है। इस मामले में आईआरएस अधिकारी व CGST के उप निदेशक संदीप पायल की भूमिका सीबीआइ जांच के दायरे में है।
जोधपुर के व्यापारी चंपालाल सोनी की शिकायत पर सत्यापन के बाद सीजीएसटी के निरीक्षक ने रिश्वत की राशि देने के लिए जयपुर बुलाया। जहां एलआईसी भवन के सामने व कर भवन के पास रूपलक्ष्मी ज्वैलर का कर्मचारी प्रदीप कुमार उर्फ सोनू खण्डेलवाल रुपए लेने पहुंचा। व्यापारी ने उसे दस लाख रुपए दे दिए। सीबीआई टीम ने दबिश देकर प्रदीप को रंगे हाथ पकड़ा। उससे दस लाख रुपए जब्त किए गए।
किसका क्या कनेक्शन
प्रदीप ने अपने मालिक अशोक गुप्ता के लिए रुपए लेने की जानकारी दी। उसे लेकर सीबीआई रूपलक्ष्मी ज्वैलर्स पहुंची, जहां से मालिक अशोक गुप्ता को पकड़ा। उसने रिश्वत की राशि सीजीएसटी के निरीक्षक अंकित असवाल के लिए लेना कबूला। सीबीआइ ने ज्वैलर की अंकित से मोबाइल पर बात करवाई तो उसने ओके कहा। तत्पश्चात सीबीआइ ने सीतापुरा में सीजीएसटी कार्यालय में दबिश देकर निरीक्षक अंकित असवाल को हिरासत ले लिया। उसने रिश्वत आईआरएस अधिकारी व सीजीएसटी (इंटेलीजेंस) के सहायक निदेशक संदीप पायल के लिए लेने की जानकारी दी। सीबीआई ने अंकित से सहायक निदेशक संदीप से मोबाइल पर बात करवाने का प्रयास किया, लेकिन संदीप ने फोन नहीं उठाया।