Ram Mandir: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्राण प्रतिष्ठा के पहले राम जन्म भूमि आंदोलन को किया याद, 500 साल चला आंदोलन
भोपाल से राधावल्लभ शारदा द्वारा संपादित रपट भोपाल: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के पहले राम मंदिर जन्मभूमि आंदोलन को याद किया है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण का श्रेय सबसे पहले और सबसे ज्यादा उन कई कार सेवकों को जाना चाहिए जिन्होंने राम जन्मभूमि संघर्ष के दौरान अपनी जान गवां दी
उमा भारती ने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन एक ‘500 साल’ का संघर्ष है। इसकी सफलता के लिए किसी एक व्यक्ति को श्रेय नहीं मिलना चाहिए। यह आंदोलन पांच सदियों तक चला। यह देश में एकमात्र ऐसा आंदोलन था, जो 500 साल तक चलता रहा, और सफल रहा। इसके लिए किसी एक व्यक्ति को एकल श्रेय नहीं मिलना चाहिए। इसलिए मुझे लगता है कि श्रेय पहले और सबसे ज्यादा उन्हें जाना चाहिए जिन्होंने (बाबरी) मस्जिद को गिराया। उस संरचना को गिराया नहीं जाता तो कोई सर्वेक्षण संभव नहीं था। सर्वेक्षण हुआ और सर्वोच्च न्यायालय ने इसकी फिंडिंग्स को स्वीकार किया।