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Chief minister मोहन यादव ने पहले दिन लिए ये बड़े फैसले , लाउडस्पीकर पर रोक खुले में मांस बेचने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का कड़ा़ई से पालन ,हर जिले में एक एक्सीलेंस कॉलेज **

*Chief minister मोहन यादव ने पहले दिन लिए ये बड़े फैसले , लाउडस्पीकर पर रोक खुले में मांस बेचने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश का कड़ा़ई से पालन ,हर जिले में एक एक्सीलेंस कॉलेज **

भोपाल से राधावल्लभ शारदा के द्वारा संपादित महादण्ड के लिए
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का पदभार संभालते ही मोहन यादव सुपर एक्टिव हो गए हो गए हैं. सीएम डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में विधिवत पूजा अर्चना कर कार्यभार संभाला है. कार्यभार संभालते ही उन्होंने पहला आदेश दे दिया है. इस आदेश के तहत राज्य में लाउडस्पीकर बैन किए गए हैं. इसके साथ ही, उन्होंने कई अन्य आदेश भी दिए हैं. इनमें खुले में मांस बेचने को लेकर गाइडलाइन्स का कड़ाई से पालन, हर जिले में एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाने के फैसले के साथ अपराधियों पर शिकंजा कसे जाने के भी आदेश दिए हैं.

मोहन यादव ने मुख्यमंत्री का मध्य प्रदेश में कार्यभार संभाल लिया है. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक की. जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए. इसमें फैसला लिया गया है कि हर जिले में प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाएंगे. नियमों के खिलाफ खुले में चल रहे मांस या अंडे की दुकानों पर सख्ती की जाएगी.

*कैबिनेट में ये निर्णय*
खुले में मांस बेचने के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स का कड़ाई से पालन करवाने का प्रस्ताव कैबिनेट में लाया गया है. हर जिले में एक एक्सीलेंस कॉलेज खोला जायेगा. कुल 52 कॉलेज खोले जाएंगे. आदतन अपराधियों के लिए गृह मंत्रालय को कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर उनकी जमानत निरस्त करना शुरू करें. 22 जनवरी को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजेंगे
22 जनवरी को अयोध्या की ओर जाने वाले मार्ग पर सरकार की तरफ से जगह-जगह रामभक्तों का स्वागत किया जायेगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यभार संभालते ही पहला आदेश दे दिया है. इस आदेश के तहत राज्य में लाउडस्पीकर बैन किए गए हैं. शासन की ओर से जारी आदेश की प्रति भी सामने आई है. इसमें लिखा है कि, ‘सामने आया है कि विभिन्न धर्म स्थलों में निर्धारित डेसिबल का उल्लंघन करते हुए लाउडस्पीकर का प्रयोग किया जा रहा है. शोर से मनुष्य के काम करने की क्षमता, आराम और नींद में व्यवधान पड़ता है. शोर वाले वातावरण से हाई बीपी, बेचैनी, मानसिक तनाव, अनिद्रा जैसे प्रभाव शरीर में पाए जाते हैं. इससे कान के आंतरिक भाग में भी समस्या हो जाती है.

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