*World Population
*दुनिया में नई करवट ले रही आबादी, भारत के लिए कैसे बनेगी वरदान*
भोपाल से राधावल्लभ शारदा के द्वारा संपादित
भारत सहित दुनिया भर में आबादी की समस्या अब दूसरी करवट ले रही है। पिछले दिनों इटली की जन्म दर इतनी गिर गई कि वहां इसे नैशनल इमरजेंसी माना गया। कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की प्रजनन दर गिर चुकी है, भारत भी उनमें एक है। तीन साल में ही प्रजनन दर में बड़ा चेंज आने वाला है।
देश में प्रजनन दर में कमी
दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में प्रजनन दर में कमी देखने को मिल रही है। भारत में भी प्रजनन दर में कमी आई है। अगले तीन साल में तस्वीर में बड़ा बदलाव आने वाला है।
3 साल बाद क्या होगी स्थिति
2026 से दुनिया में इंसान और भी कम बच्चों को जन्म देंगे। अभी 15 से 49 साल की महिलाएं औसतन 2.1 बच्चों को जन्म देती है। साल 2026 में यह दर घटकर 2.0 हो जाएगी
अपना सीन क्या है?
भारत की आधी आबादी अब भी 28 वर्ष से कम उम्र की है । लोग या तो कामकाजी उम्र में, या इसी ग्रुप में शामिल होने को तैयार है। 20 वर्षों में भारत की औसत आयु 40 साल होगी। अगले 40 वर्षों में औसत आयु 50 वर्ष के करीब होगी। साल 2100 में आधे से अधिक भारतीय 57 साल से अधिक उम्र के होंगे । बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर दीपा सिन्हा के अनुसार भारत की बढ़ती आबादी वरदान बन सकती है। इसके लिए हमें हेल्थ, एजुकेशन और रोजगार में निवेश करना होगा। ऐसा नहीं करने पर ये एक अभिशाप बन सकती है। देश में ऐसे युवाओं की संख्या अधिक होगी जिनके पास काम नहीं होगा। इसके अलावा आश्रितों की संख्या भी बढ़ जाएगी।
क्यों गिर रही प्रजनन दर
प्रजनन दर में कमी की वजह शहरों की ओर पलायन और संयुक्त परिवार व्यवस्था का खत्म होते जाना। महंगाई, स्कूली खर्च, मकान की किस्त की वजह से भी जनसंख्या में कमी आ रही है। इसके अलावा अधिकतर देशों ने वन चाइल्ड पॉलिसी अपना ली है
दुनिया का मौजूदा हाल
दुनिया में 29 देशों की आबादी 50 मिलियन से अधिक है। 120 देशों की प्रजनन दर 2022 में ही गिर चुकी है। आठ देशों की प्रजनन दर अब भी ऊपर है। भारत, चीन, अमेरिका और इंडोनेशिया की प्रजनन दर औसत से नीचे है। दुनिया की आबादी अभी 9 बिलियन है। तीन सदी बाद दुनिया की आबादी 2 बिलियन रह जाएगी।