Mpwju एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की अपनी पहचान मध्यप्रदेश में पत्रकारों के कई संगठन परंतु सबसे आगे है। पत्रकारों के लिए समर्पित
पत्रकारों के लिए, उनके हक के लिए समर्पित है इसीलिए भोपाल में प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किए गए, कार्यक्रम में हमेशा कोई न कोई राजनेता उपस्थित रहे। विधानसभा अध्यक्ष मुख्यमंत्री, मंत्री और कई वरिष्ठ पत्रकारों के के साथ नामचीन हस्तियों ने मंचासीन होकर पत्रकारों को मार्गदर्शन दिया। एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने प्रदेश के भूले बिसरे नामचीन पत्रकारों के नाम पर प्रदेश के पत्रकारों को सम्मानित किया। भोपाल के रविन्द्र नाट्य गृह , शहीद भवन, होटल पलास जैसे अन्य स्थानों पर प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किए गए। एक अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें समाचार पत्रों के मालिक, प्रदेश के मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार मंचासीन हुए। कार्यक्रम था भोपाल के जयप्रकाश नारायण चिकित्सालय में पत्रकारों के लिए दो पत्रकार प्राईवेट वार्ड का निर्माण, पत्रकार प्राईवेट वार्ड नवभारत के मालिक एवं सांसद श्री प्रफुल्ल कुमार माहेश्वरी की सांसद निधि से निर्मित हुए, याद आया उस समय के एक जाने-माने दैनिक समाचार पत्र में आठ कालम की हेडिंग बनाकर समाचार प्रकाशित किया जिसमें लिखा था कि राधावल्लभ शारदा अपने शरीर को दो भागों में बांट कर एक एक वार्ड में भर्ती होंगे यहां तक लिखा था कि रुपए 5 लाख हज़म कर जायेंगे। खैर जहां एक दोस्त होता है तो 99 दुश्मन होते हैं जिन्हें अच्छा काम पसंद नहीं क्योंकि वो स्वयं नहीं करते। एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के सदस्यों को तत्कालीन राज्यपाल श्री रामनरेश यादव ने चार घंटे का समय दिया राजभवन में, उपस्थित सदस्यों के साथ फोटो सेशन एवं भोजन हुआ। इसी तरह एक प्रांतीय सम्मेलन में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आना था परन्तु अयोध्या की घटना के कारण उपस्थित नहीं हुए परंतु दूसरे दिन पत्रकारों को मुख्यमंत्री निवास पर सभी मित्रों को आमंत्रित किया, उपस्थित एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के सदस्यों को प्रतीक चिन्ह देकर फोटो सेशन हुआ उसके बाद सबके साथ स्वल्पाहार किया लगभग 5 घंटे का समय दिया। विशेष बात – आप सभी जानते हैं कि राज भवन और मुख्यमंत्री के निवास पर जाना आसान नहीं होता काफी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होती है परन्तु जो मित्र पहुंचे उन्हें सिर्फ एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष का नाम बताना होता था और बगैर रोक टोक के अन्दर जाने दिया गया। यह सब एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के समर्पित सदस्यों की मेहनत और कर्तव्य निष्ठा, अनुशासन,का प्रतिफल है। अब मैं उन पत्रकार मित्रों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जो अभी तक एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन से नहीं जुड़े हैं जुड़े। मैंने एक संकल्प लिया है कि ग्रामीण अंचल सहित शहरों के पत्रकारों को उनका हक दिलाना जैसे नियुक्ति पत्र, वेतन और इस कार्य की शुरुआत हो चुकी है विभिन्न माध्यमों से शीघ्र ही परिणाम आयेगा। भोपाल में बन रहे मीडिया सेंटर में एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन ने 10 सर्व सुविधायुक्त 10 कमरे की मांग की है ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले पत्रकारों के लिए। जब ग्रामीण अंचल के पत्रकारों को नियुक्ति पत्र मिलेगा तो उन्हें शासन स्तर की सुविधाएं मिलेंगी जिसमें महत्वपूर्ण है वीमा योजना का लाभ।
