Breaking News

पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मण्डल *इटारसी स्टेशन पर चलाया गया किला बंदी टिकट चेकिंग अभियान।* *449 बिना टिकट/अनुचित टिकट यात्रियों से जुर्माना वसूला

पश्चिम मध्य रेल, भोपाल मण्डल
*इटारसी स्टेशन पर चलाया गया किला बंदी टिकट चेकिंग अभियान।*
*449 बिना टिकट/अनुचित टिकट यात्रियों से जुर्माना वसूला।*
वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक श्री सौरभ कटारिया के निर्देशन में दिनांक 12.01.2024 को इटारसी स्टेशन पर किला बंदी टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया। मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक श्री पंकज कुमार दुबे की निगरानी में स्टेशन पर टिकट चेकिंग स्टाफ के सहयोग से स्टेशन के बाहर निकलने वाले रास्ते की घेराबंदी की गई ताकि कोई भी यात्री बिना जाँच के स्टेशन के बाहर न जा सकें।
प्रातः 10.00 बजे से अपराह्न 03.00 बजे तक चलाये गए इस किला बन्दी टिकट चेकिंग अभियान के दौरान स्टेशन पर आने-जाने वाली 20 गाड़ियों के यात्रियों के टिकट की जांच की गई। जांच के दौरान बिना टिकट यात्रा करने वाले 184 यात्री पकड़े गए, जिनसे रुपये 1,35,565/- बतौर किराया/जुर्माना वसूला किया गया। अनुचित टिकट लेकर यात्रा करने वाले 264 यात्री पाए गए, जिनसे रुपये 1,32,130/- बतौर जुर्माना/किराया वसूल किया गया। बिना बुक कराए सामान लेकर यात्रा कर रहे 01 यात्री से रुपये 200/- वसूल किया गया, साथ ही यात्रियों को उचित टिकट लेकर ही यात्रा करने एवं गंदगी ना करने की समझाईश दी गई।
इस प्रकार दिनांक 12.01.2024 को इटारसी स्टेशन पर चलाये गए क़िलाबन्दी टिकट चेकिंग अभियान के दौरान बिना टिकट, अनुचित टिकट, बिना बुक कराए समान लेकर यात्रा करते पाए गए यात्रियों के पकड़े गए कुल 449 मामलों से कुल रुपये 2,67,895/- का रेल राजस्व प्राप्त हुआ।
यात्रियों से अपील है कि उचित टिकट लेकर ही यात्रा करें,
प्रतिक्षा सूची ई-टिकट पर यात्रा करने की अनुमति नहीं है। इसी प्रकार प्लेटफॉर्म टिकट भी यात्रा के लिए अनुमत नहीं है। अतः प्रतीक्षा सूची ई-टिकट अथवा प्लेटफॉर्म टिकट लेकर यात्रा न करें। स्टेशन प्लेटफॉर्म पर प्रवेश के लिए यात्रा टिकट या प्लेटफॉर्म टिकट होना आवश्यक है। यात्रा से पूर्व अपने सामान को बुक कराएं, ताकि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो ।

About Mahadand News

Check Also

Desh  का हृदय प्रदेश’ अपने वन, जल, अन्न, खनिज, कला, संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है – मोहन यादव

Desh  का हृदय प्रदेश’ अपने वन, जल, अन्न, खनिज, कला, संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि …