, *इस वर्ष में पत्रकारों को मिलेगा पत्रकार सुरक्षा कानून*
*खट्टी-मीठी यादें * कुछ पुराना पीछे रह गया है,
कुछ ख्वाइशें दिल में रह गईं,
कुछ बिन मांगे मिल गई,
कुछ छोड़ कर चले गए,
कुछ नये इस सफ़र में जुड़ गए ,
कुछ मुझसे खफ़ा हुए,
कुछ मुझसे बहुत खुश हुए,
कुछ मुझे भूल गये,
कुछ यादों में रह गये,
कुछ शायद अनजान हैं ,
कुछ बहुत परेशान हैं,
कुछ को मेरा इंतजार हैं,
कुछ का मुझे इंतज़ार है,
कुछ सही हुआ है तो
कुछ गलत भी हुआ है,
कोई गलती मुझसे हुई हो
तो माफ कीजिए ,
और कुछ अच्छा लगा हो तो
याद कीजिए।💕
राधावल्लभ शारदा। प्रांतीय अध्यक्ष।
एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन
