Breaking News

107 करोड़ का तिरपाल खरीदी में हुआ घोटाला मुख्यमंत्री मान के दिए जांच के आदेश*।

*107 करोड़ का तिरपाल खरीदी में हुआ घोटाला मुख्यमंत्री मान के दिए जांच के आदेश*। पंजाब से लीलाधर शर्मा की रपट भोपाल से राधावल्लभ शारदा द्वारा संपादित चंडीगढ़: पंजाब में अनाज प्रबंधन के लिए 107 करोड़ की तिरपाल खरीद मामला विवादों में घिर गया है। तिरपाल को महंगे रेट पर खरीदे जाने की बात सामने आने पर इसके टेंडर रोक दिए गए हैं। यह मामला मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास पहुंचा था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अनाज प्रबंधन के लिए करोड़ों रुपए के तिरपाल खरीदने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है और इस संबंध में जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
कई महीनों से खरीद एजेंसियों द्वारा तिरपाल खरीद के टेंडरों को लेकर अंदर ही अंदर हंगामा हो रहा है, जिसके चलते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कई डायरेक्टर भी बदले जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह को उक्त मामले में जिम्मेदारी सौंपी गई है। गहराई तिरपाल के दाम बढ़ाने के आरोपों की जांच करने को कहा है। इसके साथ ही हाल ही में समाप्त हुए मंडीकरण सीजन दौरान तिरपालों की खरदी के लिए टेंडरों को भी रद्द करने के आदेश जारी किए गए हैं।
आदेशों के बाद विभाग के डायरेक्टर पुनीत गोयल ने पंजाब स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन, पनसप और मार्कफेड को सर्कुलर जारी कर तिरपालों की खरीद के लिए जारी किए गए टेंडरों पर कोई कार्रवाई न करने को कहा है। दिसंबर 2022 में सरकार ने पत्र जारी कर कहा कि नई तिरपाल खरीदने की जरूरत नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने तिरपाल की खरीद के लिए जो टेंडर जारी किए थे, उनमें तिरपाल की कीमत उत्पाद की बाजार कीमत से लगभग दोगुनी थी। पंजाब सरकार की ओर से 107 करोड़ रुपए के तिरपाल खरीदने की योजना थी।
सूत्रों का कहना है कि देश में तिरपाल सप्लाई करने वाली करीब आधा दर्जन कंपनियां हैं। अब हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी यह टेंडर लेना चाहती थी। दो तरह की चर्चाएं हैं, एक तो यह कि टेंडर आवंटित कर दिए गए थे और दूसरी यह कि एक फर्म को तिरपाल सप्लाई के लिए योग्य पा गई थी। अधिकारियों का कहना है कि वे रिकॉर्ड देखकर ही इसके बारे में बता सकते हैं।
इस संबंध में पंजाब सरकार को मिली शिकायत के आधार पर जब पहली अनौपचारिक जांच की गई और तिरपालों की बाजार कीमतें प्राप्त की गईं, तो टेंडर में तय की गई कीमतें बाजार मूल्य से दोगुनी पाई गईं। सरकार अब जांच करेगी कि यह टेंडर किसी कमेटी ने जारी किया है या किसी एक अधिकारी ने। टेंडर में कीमत के आधार को भी देखा जाएगा।

About Mahadand News

Check Also

अब साफ दिखाई दे रहा है “कांग्रेस का हाथ विदेशी शक्तियों के साथ“* *- जॉर्ज सोरोस से जुड़े संगठन भारत में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं* *- जॉर्ज सोरोस के संगठन से जुड़े कांग्रेस नेताओं को लेकर सदन में चर्चा कराई जाए* *-सुश्री कविता पाटीदार*

*- अब साफ दिखाई दे रहा है “कांग्रेस का हाथ विदेशी शक्तियों के साथ“* *- …