*एम डी एम ज्योति मौर्य को जांच से मिल सकती है बड़ी राहत, समझौते से जांच की फाइल हो सकती है बंद*
2 महीने तक डीजी होमगार्ड की सिफारिश की फाइल दबी रही थी. इस मामले में कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बीते सप्ताह मनीष दुबे को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए थे. मंत्री के आदेश के बाद महोबा के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को सस्पेंड किया गया है और विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने पत्नी और मनीष दुबे पर हत्या की साजिश रचने का आरोप भी लगाया था. साथ ही कहा था कि पीसीएस अफसर बनने के बाद ज्योति ने गलत तरीके से करोड़ों की संपत्ति बनाई. हालांकि कोर्ट में केस चलने के दौरान ही आलोक ने पत्नी से समझौता कर लिया था.ज्योति मौर्य ने भी आलोक के खिलाफ धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. उसे वापस लिए जाने को लेकर दोनों के बीच बातचीत चल रही है. पति पत्नी के बीच विवाद में महोबा में तैनात मनीष दुबे बुरी तरह फंस गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, ज्योति और आलोक की शादी साल 2010 में हुई थी. 2015 में ज्योति एसडीएम पद के लिए चयनित हुईं. ज्योति और आलोक की जुड़वा बेटियां भी हैं. हालांकि दोनों के बीच अभी न्यायालय में तलाक का मामला लंबित है. पति पत्नी के बीच विवाद के प्रकरण की आंच पूरे देश मे फैली थी. सोशल मीडिया में लोगों ने जमकर ट्रोल किया था.

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