*In peace टुकड़े टुकड़े में रहेंगे तो हमारी ताकत खत्म*
*पत्रकार पूरे देश में विभाजित हो गया है उसके पीछे का कारण सिर्फ पद हैं*।*
*देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कथित चौथा स्तंभ को संविधान में स्थान की मांग की*
*भोपाल से राधावल्लभ शारदा का निवेदन*
पद के स्वार्थ में हम अपने हितों को भूल गए हैं।
मध्यप्रदेश सरकार पत्रकारों के लिए बहुत कुछ करती है जिसकी जानकारी आप तक मतलब ग्रामीण अंचल के पत्रकारों तक नहीं पहुंच पाती है।
ग्रामीण अंचल के पत्रकारों की मेहनत से ही मीडिया संस्थान फल फूल रहे हैं।
जो आप अच्छे से जानते हैं।
एक संघ का अध्यक्ष हैं जो फोरजरी के आरोपी हैं और उन्हें भोपाल न्यायालय ने तीन साल की सजा और 50 रुपए जुर्माना लगाया।
मेडिकल ग्राउंड पर हाईकोर्ट से जमानत पर हैं।
जनसंपर्क विभाग को 9 लाख से अधिक राशि बसूलनी है।
पोस्ट आफिस ने सरकारी राशि बसूल ली है।
अभी एक यूनियन की बात को मानते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी ने पत्रकारों की बीमा राशि पूर्ववत करने की घोषणा कर दी जो लागू हो गई।
70 बर्ष से अधिक उम्र के पत्रकारों की बीमा राशि पूरी सरकार जमा कर रही है।
पत्रकारों को बीमारी पर सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा आर्थिक मदद करती है ।
बीमा के लिए आपके पास नियुक्ति पत्र एवं वेतन प्रमाण आवश्यक है।
सरकार ने पत्रकारों के लिए रुपए 4 लाख का बीमा योजना लागू की है।
इस योजना में पुरानी बीमारी भी कवर होती है जो अन्य किसी बीमा योजना में नहीं है।
तय करना है कि सजा याफ़्ता,420 जैसे आरोपी जैसे संघ के अध्यक्ष के साथ रहना है या फिर एक होकर किसी एक यूनियन के सदस्य होना है।
कहने के लिए चौथा स्तंभ है परन्तु संविधान में स्थान नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की गई है
पत्रकार सुरक्षा कानून की समिति है शीघ्र ही कानून बनाने की मांग रखी है।
भोपाल के पत्रकार भवन के टूटने का कारण अवैध कब्जे एक संध के अध्यक्ष का।
हमने नये बन रहे मीडिया सेंटर में ग्रामीण अंचल से आने वाले पत्रकारों के लिए 300 रुपए प्रति दिन के हिसाब से तीन दिन के पूर्ण सुविधा कमरे की मांग रखी है।
अब आप पर निर्भर है कि किसके साथ रहें।्
नागपुर से चौरई जा रहा हूं बस में बेठा हूं और आपको संदेश दे रहा हूं।
एक रहेंगे नेक रहेंगे
राधावल्लभ शादा
पत्रकार ्भोपाल
9425609484