*Member Ship सदस्यता अभियान कमजोरी को मजबूती में बदलने का अवसर*हम सब मिलकर एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की सदस्यता अभियान को सार्थक कर सकते हैं*।तहसील इकाई से लेकर प्रदेश स्तर तक लक्ष्य निर्धारित स्वत:करें*।
श्रम विभाग में पंजीकृत यूनियन एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन प्रदेश के प्रेस क्लब, पंजीयक फर्म्स एवं संस्थाएं में पंजीकृत संगठन एन जी ओ की श्रेणी में इसलिए सबसे अलग है,
एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन को पूर्व महामहिम राज्यपाल श्री रामनरेश यादव ने राजभवन में 4 घंटे का समय दिया।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पर 70 से अधिक पत्रकारों को प्रतीक चिन्ह दिये, फोटो सेशन हुआ और फिर सबके साथ स्वल्पाहार किया।
केंद्रीय मंत्री श्री रामदास आठवले ने एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के मुख्यालय पर कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्य अतिथि के रूप में।
भोपाल के जयप्रकाश नारायण चिकित्सालय में स्व श्री प्रफुल्ल कुमार माहेश्वरी की सांसद निधि से दो पत्रकार प्राइवेट वार्ड का निर्माण कराया।
इस कार्यक्रम में तत्कालीन मंत्री श्री प्रेम नारायण ठाकुर, समाचार पत्रों के मालिक श्री प्रफुल्ल कुमार माहेश्वरी, श्री राजेन्द्र शर्मा, राजीव मोहन गुप्त, श्री तिवारी जी, और वह क्षण अविस्मरणीय था जब अहमदाबाद से भास्कर के मालिक श्री रमेश चंद्र अग्रवाल जी का बधाई संदेश का फोन आया जिस दिन दिव्य भास्कर का विमोचन हुआ था।
रायसेन में पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेश अध्यक्ष को फालो गार्ड जिला अध्यक्ष श्री जगदीश जोशी के प्रयास से।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा जी ने शहीद भवन के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि।
गुना के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री जयवर्धन सिंह मंत्री मध्यप्रदेश सरकार,
इसी तरह जिन जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए उनमें सांसद, मंत्री, विधायक, कमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने उपस्थिति मुख्य अतिथि के रूप में दी।
यूनियन की स्थापना 2006 में हुई। पंजीयन के पूर्व मेरे साथ आनंद शर्मा थे,
पत्रकार मित्रों को भरोसा हुआ और कारवां बनता गया आज प्रदेश के लगभग सभी जिलों में जिला इकाई है और उनसे पत्रकार जुड़े हुए हैं।
आज यदि बड़े मीडिया संस्थानों के द्वारा अघोषित रूप से लगाई गई बंदिश हट जाती है तो पत्रकारों के हित में और अधिक ताकतवर हो सकती है एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन।
लिखने के लिए बहुत कुछ है पत्रकारों के हित में जो कुछ हुआ उसकी भी एक कड़ी है जिसके माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तक संदेश जाता था और पत्रकार हित में निर्णय लिए गए।
चलते चलते एक बात याद आ गई एक समाचार पत्र नवदुनिया के नाम से प्रकाशित हो रहा था उस अखबार में प्रकाशित किया गया था कि शारदा अपने शरीर के दो टुकड़े कर दोनों पत्रकार प्राइवेट वार्ड में भर्ती होंगे।
उस अखबार में यह भी प्रकाशित हुआ था कि रुपए 5 लाख खा जायेगा।
तत्कालीन कलेक्टर श्री अनुराग जैन ने एजेंसी को लेकर बात की थी।
पत्रकार प्राइवेट वार्ड बनाने के काम को लेकर मुझे उस समय रुपए 50 हजार का आफर मिला था।
पैसा मिले तो किसे बुरा लगेगा,उस अधिकारी को यह पता नहीं था कि जिस व्यक्ति ने परिवहन विभाग की नोकरी छोड़ दी यदि पैसा प्यारा होता तो नोकरी नहीं छोड़ता फिर एकांत में रहता और आप सभी से परिचित नहीं हो सकता था।
बहुत से यूनियन, प्रेस क्लब, पत्रकार संगठन है।
सिर्फ एक की बात करता हूं जिसे तीन साल की सजा सुनाई गई और 50 हजार रुपए जुर्माना।
अब आपको सोचना है कि किस यूनियन के साथ जुड़े।
स्वास्थ्य और द्वितीय लाइन तैयार कर रहा हूं
श्री संदीप पाठक को कार्यकारी अध्यक्ष
श्री प्रवाल सक्सेना को
प्रांतीय संगठन महासचिव का दायित्व दिया गया है।
ये दोनों और भोपाल जिला अध्यक्ष श्री सरस्वती चंद्र
मिलकर लाइन को बड़ी कर रहे हैं।
राधावल्लभ शारदा
प्रांतीय अध्यक्ष
एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन, मुख्यालय भोपाल