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सरकार का मुखिया बदला अफसरों के चाल ढाल बदल रहे हैं* *शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के स्टाफ की वेतन कटोत्री कर जारी किए नोटिस* *निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ भोपाल ने पाई थी कमियां*

*सरकार का मुखिया बदला अफसरों के चाल ढाल बदल रहे हैं*
*शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के स्टाफ की वेतन कटोत्री कर जारी किए नोटिस*
*निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ भोपाल ने पाई थी कमियां* भोपाल से वैंकटेश शारदा द्वारा संपादित रपट
भोपाल: चार जनवरी को कार्य में लापरवाही पाए जाने पर सीएमएचओ भोपाल ने शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के चिकित्सकों एवं स्टाफ पर कार्यवाही करते हुए वेतन कटौती कर नोटिस जारी किया है । गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने शहर की विभिन्न संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक संजय नगर, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक पटेल नगर एवं मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक कबाड़खाना में निर्धारित समय से पहले संस्था से चले जाने पर चिकित्सकों पर कार्यवाही की गई है। इसी प्रकार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अशोका गार्डन में पदस्थ लैब टेक्नीशियन को भी कार्य में उदासीनता के लिए नोटिस जारी किया गया है। सभी कर्मचारियों का 3 दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लापरवाही बरतने के लिए नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का संतोषजनक उत्तर न देने पर संबंधितों के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक चांदबड़ में नियत समय पर पूरा स्टाफ उपस्थित पाया गया। निरीक्षण में संस्था के समय पर खुलने, स्टाफ की उपस्थित, दवाइयां की उपलब्धता, नि:शुल्क पैथोलॉजी जांचें, रिकॉर्ड कीपिंग, आउटरीच गतिविधियों, योजनाओं के क्रियान्वयन, साफ – सफाई की स्थिति देखी गई एवं मरीजों से चर्चा कर फीडबैक लिया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शासन की योजनाओं और स्वास्थ्य सेवाएं प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध करवाने के लिए चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ का नियत समय पर स्वास्थ्य संस्था में उपस्थित रहना आवश्यक है। मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पदस्थ स्टाफ के द्वारा कर्तव्यों में उदासीनता बरतने के कारण मरीजों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं कई बार मरीजों को सामान्य बीमारियों का उपचार लेने के लिए भी सिविल अस्पताल एवं जिला चिकित्सालय जाना पड़ता है। इसे देखते हुए विभाग द्वारा समय-समय पर औचक निरीक्षण कर सेवाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
*इन स्वास्थ्य कर्मियों पर की गई वेतन कटौती एवं नोटिस की कार्यवाही*
▪️डॉ सुनील सोनी, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक संजय नगर
▪️ डॉ नितेश मेघानी, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक पटेल नगर
▪️डॉ सुरभि गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक कबाड़खाना
▪️ सुश्री सरिता विश्वकर्मा, लैब टेक्नीशियन, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अशोका गार्डन।

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