*पत्रकार की कलम* *0.59 बढ़ा हुआ वोट प्रतिशत सत्ता परिवर्तन में बड़ा जादू का इशारा नहीं….?*
मध्यप्रदेश में ताबड़तोड़ वोट प्रतिशत से दोनो पार्टी भाजपा और कांग्रेस अपनी अपनी जीत का कर रही दावा ?तो राजनीतिक विशेषज्ञ अपने अपने स्तर पर अनुमान लगा रहे है …कोई इसे लाडली बहना का जादू बात रहा है तो कोई इसे बिना लहर का चुनाव तो कोई इसे मोदी का जंतरमंतर …….?
पर अगर आप इस बढ़ते प्रतिशत का अनुमान लगाना ही चाहते है तो इसे आपको समझने की जरूत है …..?
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वोटरों का 32 प्रतिशत है वही भाजपा का 37 प्रतिशत,आप जानते ही हैं कि 70 प्रतिशत तक का मतदान भाजपा की सरकार बनाने में कारगर साबित होता है, 2018 चुनाव के परिणाम पर आप एक नज़र मारे तो 75.63 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2013 के मुकाबले 2.94 प्रतिशत मतदान ज्यादा हुआ था जिसका खामियाजा भाजपा को सत्ता गवानी पड़ी थी और भाजपा को 109 सीट ही मिली थी कांग्रेस को इस बढ़त का लाभ मिला था और 114 पर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी ……
2023 में 2018 के मुक़ाबले 0.59 प्रतिशत वोट ज्यादा पड़े है इसका हालांकि कोई बड़ा जादू देखने को नही मिलेगा और इसबार जिसकी भी सत्ता बनेगी सिर्फ 10 सीटों का हेर-फेर होगा हालांकि कई बड़े दिग्गजों को इसका खामयाजा भुगतना होगा ….इन 10 सीटों का फेर या तो भाजपा की पिछली सीटों में बढ़त कराकर उसे104 से 119 तक ले जायेगा जो सर्वे और पत्रकारों द्वारा वन टू वन की रिपोर्ट है, साथ ही कांग्रेस को 104 से 115 पर सिमटा देगा …..?
यहाँ न कोई लाडली योजना है न मतदाताओं की शान्ति यहाँ सिर्फ महंगाई ,बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है …..? *पत्रकार ब्रह्माकुमार इंजीनियर नरेश बाथम भोपाल*