Calcutta High Court: हाईकोर्ट जज ने कहा अगर न्याय देना चाहते हो तो ईडी के हमलावरों को तुरंत अरेस्ट करो… बंगाल के प्रशासनिक अमले पर की तल्ख टिप्प्णी
कोलकाता से बागड़ी के साथ भोपाल से वैंकटेश शारदा द्वारा संपादित रपट
कलकत्ता हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर भीड़ के हमले के संबंध में जांच एजेंसी की ओर से दर्ज एफआईआर के सिलसिले में पश्चिम बंगाल पुलिस को ‘केस डायरी’ पेश करने का निर्देश दिया। साथ ही कोर्ट ने आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होने पर फटकार लगाई। कलकत्ता हाई कोर्ट ने सोमवार को बंगाल के प्रशासनिक अमलें पर तल्ख टिप्प्णी की। हाईकोर्ट ने महाधिवक्ता से कहा कि अगर राज्य न्याय चाहता है तो संदेशखाली हमले के आरोपियों को फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मुख्य आरोपी शेख शाहजहां 5 जनवरी से छिपा हुआ है। उसने भी अपील दायर करने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया है। जस्टिस जय सेनगुप्ता ने ईडी की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए किशोर दत्ता से कहा कि यदि आप न्याय करना चाहते हैं तो आरोपी को गिरफ्तार करें और जांच सीबीआई को सौंप दो।
हाईकोर्ट की यह टिप्पणियां शाहजहां के वकील बिस्वरूप मुखर्जी की पृष्ठभूमि में आईं, जिन्होंने अदालत से अपने मुवक्किल को मामले में एक पक्ष के रूप में शामिल करने की अपील की थी। जस्टिस सेनगुप्ता ने कहा कि आपका मुवक्किल सरेंडर क्यों नहीं कर रहा है? आप महाधिवक्ता को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। मैंने आपको राज्य का जूनियर वकील समझ लिया। आप महाधिवक्ता को रोकने की कोशिश क्यों कर रहे थे? जब एजी ने कहा कि चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तो जस्टिस सेनगुप्ता ने कहा कि इतने सारे आरोपियों में से केवल चार ही क्यों…? जब मुख्य आरोपी इतने दिनों से फरार है तो जांच अभी भी पुलिस के हाथ में क्यों है?’
हाई कोर्ट ने लगाई फटकार
एफआईआर में क्यों नहीं जोड़ी धारा 307
जस्टिस ने यह भी सवाल किया कि राज्य पुलिस ने स्थानीय नज़ात पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या के प्रयास के लिए सजा) को शामिल क्यों नहीं किया। इस पर दत्ता ने कहा कि इस धारा को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि घायल ईडी अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि भीड़ ने उन्हें धक्का दिया था। जस्टिस सेनगुप्ता ने सवाल किया “क्या नज़ात पुलिस स्टेशन द्वारा मामले की जांच जारी रखने का कोई मतलब है? राज्य के महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने कहा कि राज्य पुलिस की टीम ने तीन बार शेख शाहजहां के घर का दौरा किया और हर बार उन्हें घर पर ताला लगा मिला।